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DAV Class 8 Hindi Chapter 9 Question Answer Jab Bholaaraam ne Pamp Lagaaya
DAV Class 8 Hindi Chapter 9 Question Answer jab bholaaraam ne pamp lagaaya is given below. Here DAV class 8 Hindi question answer is provided with great explanation.
Highlights
- पाठ में से
- बातचीत के लिए
- अनुमान और कल्पना
- भाषा की बात
- जीवन मूल्य
पाठ में से
1. भोलाराम पंप क्यों और कैसे लगवाना चाहता था?
उत्तर: भोलाराम अपने खेतों की सिंचाई के लिए पाँच हॉर्स पावर का पंप बिना सरकारी नियमों का उल्लंघन किए हुए लगाना चाहता था।
2. बिजली साहब ने दरख्वास्त की हर तह को धीरे-से क्यों खोला?
उत्तर: जब भोलाराम ने बिजली कनेक्शन की दरख्वास्त बिजली साहब को दी तो उन्हें लगा कि भोलाराम ने दरख्वास्त की तह में कुछ रुपए रखे होंगे, कहीं रुपए गिर न जाए इसलिए बिजली साहब ने भोलाराम के दरख्वास्त की हर तह को धीरे धीरे से खोला।
3. सिंचाई साहब ने ‘नो-ऑब्जेकशन सर्टिफिकेट प्राप्त करने की क्या प्रक्रिया बताई?
उत्तर: सिंचाई साहब ने भोलाराम को नो ऑब्जेकशन सर्टिफिकेट प्राप्त करने की प्रक्रिया बताते हुए कहा कि तुम अपने खेतों की सिंचाई के लिए नदी से पानी खींचोंगे। नदी से पानी खींचने के लिए सबसे पहले नदी जिसकी है उससे यह लिखवा कर लाओ कि उसे नदी से पानी खिचे जाने पर कोई भी आपत्ति नहीं है। तब तुम्हारी अर्जी पर विचार किया जाएगा।
4. ‘महान राष्ट्रीय परंपरा’ किसे कहा गया है? भोलाराम ने इसका उल्लंघन क्यों किया?
उत्तर: ‘महान राष्ट्रीय परंपरा बिना अनुमति के काम करने को कहा गया है। भोलाराम ने इसका उल्लंघन किया क्योंकि वह एक ईमानदार व्यक्ति था और उसे सरकारी नियम कानूनों पर पूरा-पूरा भरोसा था।
5. पाठ के माध्यम से लेखक ने किस सच्चाई को उजागर किया?
उत्तर: इस पाठ के माध्यम से लेखक ने वर्तमान समाज के सरकारी तंत्र के लगभग सभी विभागों में फैले भ्रष्टाचार, घूसखोरी और अधिकारियों द्वारा काम में ढिलाई होना जैसे समाज विरोधी गतिविधियों का जीवंत रूप प्रस्तुत किया है, जिससे समाज के गरीब वर्ग के लोगों को काफी दिक्कतें आती हैं।
6. पाठ के आधार पर लिखिए कि नीचे दिए गए कथन किसने कहे? क्यों कहे?
(क) “केवल दरख्वास्त … और क्या देना पड़ता है, नहीं मालूम है?”
किसने कहा – बिजली साहब ने।
क्यों कहा – भोलाराम से घूस लेने की आशा में।
(ख) “अरे, नदी हमारी होती तो अब तक केवल रिकॉर्ड में दिखाई देती।”
किसने कहा – जंगल साहब ने।
क्यों कहा – अपने विभाग के गैर-जिम्मेदारना कामों के बारे में बताने के लिए।
(ग) “सरकारी नौकर हैं। सरकारी बैठकों, दौरों से फुर्सत मिलेगी, तब सोचेंगे।”
किसने कहा – सिंचाई साहब ने।
क्यों कहा – अपने विभाग के अत्यधिक कार्यों के बारे में बताने के लिए।
बातचीत के लिए
1. वर्तमान समय में यदि कोई भोलाराम जैसी किसी समस्या में फँस जाए तो उसे क्या करना चाहिए? बताइए।
उत्तर: वर्तमान समय में यदि कोई भोलाराम जैसी समस्या में फँस जाए तो उसे मीडिया, सतर्कता विभाग में संबंधित अधिकारी की शिकायत करनी चाहिए तथा गैर सरकारी संस्थाओं की मदद लेनी चाहिए।
2. पाठ में सरकारी अधिकारियों की कार्यप्रणाली के विषय में पढ़कर आपको क्या समझ आया? चर्चा कीजिए।
उत्तर: पाठ में सरकारी अधिकारियों की कार्य प्रणाली के विषय में पढ़कर मुझे यह समझ आया कि वे केवल निर्देशों का पालन करते हैं बिना यह विचार किए कि वे निर्देश कहाँ तक सही हैं। दूसरी तरफ उनके कामों में भरपूर ढिलाई भी सामने आती है और सबसे खतरनाक कि वे सरकारी वेतन पाने के बाद भी घूस लेने के लिए आतुर रहते हैं।
3. ‘आ बला, पकड़ गला’ का क्या अर्थ है? इसका प्रयोग भोलाराम के लिए क्यों किया गया? बताइए।
उत्तर: आ बला पकड़ गला मुहावरे का अर्थ है जान-बूझकर मुसीबतों में उलझना। इसका प्रयोग भोलाराम के लिए किया गया है क्योंकि भोलाराम के मित्रों ने उसे सलाह दी थी कि बिना बिजली विभाग में अर्जी लगाए ही लाइन मेन को कुछ पैसे देकर बिजली कनेक्शन ले लो।
4. अरे, नदी हमारी होती तो अब तक केवल रिकॉर्ड में दिखाई देती। वास्तविकता में पेड़ों की तरह कब की साफ हो गई होती।’- कथन का अर्थ समझाइए।
उत्तर: इस कथन का आशय यह है कि सरकारी तंत्र वास्तविक काम केवल रिकॉर्ड में ही देखा जा सकता है सच्चाई में तो प्राकृतिक चीजों का केवल अंधाधुंध दोहन ही हो रहा है।
अनुमान और कल्पना
1. इस पाठ के लिए कोई एक अन्य शीर्षक सुझाइए व उसका कारण भी बताइए।
उत्तर: इस पाठ के लिए ‘बेबस किसान’ शीर्षक रखा जा सकता है क्योंकि इस कहानी की सारी घटनाएँ आरंभ से अंत तक भोलाराम के इर्द-गिर्द ही घूमती नज़र आती हैं।
2. पंप लगवाने की प्रक्रिया के दौरान भोलाराम की सोच में क्या-क्या परिवर्तन आए होंगे? बताइए।
उत्तर: पंप लगवाने की प्रक्रिया के दौरान भोलाराम की सोच में बहुत परिवर्तन आए होंगे जैसे उसका सरकारी नियम कानूनों पर से विश्वास उठ रहा होगा, अधिकारियों के प्रति घृणा भाव पैदा हो रही होगी और अंत तक वह यह मान बैठा होगा कि नियमों का उल्लंघन करने से ही काम जल्दी होते हैं।
3. पढ़-लिखकर यदि आप सरकारी अधिकारी बन जाएँ तो आप कौन-सी कुरीतियाँ दूर करना चाहेंगे?
उत्तर: यदि मैं पढ़-लिखकर सरकारी अधिकारी बन जाऊँ तो सबसे पहले मैं उन अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करूँगा जो अपने कार्यों का निर्वाह सही से नहीं करते और घूस लेते हैं। दूसरा काम यह कि मैं कुछ ऐसे सरल नियम बनाऊँगा जिससे आम जनता को कम से कम परेशानी हो।
भाषा की बात
1. नीचे दिए गए शब्दों को शब्द-कोशीय क्रम में लिखिए –
अनुमति, बूँद, बिजली, फुर्सत, सिंचाई, कृषि श्रद्धा, क्यूसेक पुख्ता, प्रति।
उत्तर: अनुमति, कृषि, क्यूसेक, पुख्ता, प्रति, फुर्सत, बिजली, बूँद , श्रद्धा, सिंचाई ।
2. नीचे खंड ‘क’ में पाठ में आए कुछ शब्द-प्रयोग और खंड ‘ख’ में उनके अर्थ दिए गए हैं। दोनों का मिलान कीजिए-
उत्तर:
जीवन मूल्य
बिना कुछ कहे ही वह लौट आया और महान भारतीय परंपरा के अनुसार बिना अनुमति पंप फिट कर पानी लेना शुरू कर दिया।
1. क्या भोलाराम ने सही निर्णय लिया? क्यों?
उत्तर: भोलाराम ने आंशिक रूप से सही निर्णय लिया क्योंकि अगर ज्यादा देर हो जाती तो उसकी फसल खराब हो जाती और उसे बहुत बड़ा घाटा होता।
2. क्या अधिकारियों का रिश्वत माँगना उचित था? कारण सहित बताइए।
उत्तर: अधिकारियों का रिश्वत माँगना किसी भी दृष्टि से सही नहीं है क्योंकि सरकार उन्हें अच्छी-खासी तनख्वाह और बहुत सी सुविधाएँ देती हैं ताकि वे अपना काम सही से करें और आम जनता का सरकारी नियम कानूनों के प्रति विश्वास बना रहे।
3. ऐसी समस्या में फंसे व्यक्ति को आप क्या सुझाव देंगे?
उत्तर: मैं ऐसी समस्या में फँसे व्यक्ति को मीडिया में जाने, सतर्कता विभाग में शिकायत दर्ज कराने और गैर-सरकारी संस्थाओं की मदद लेने की सलाह दूँगा।